Sandal jalapuri Naat Sharif
Sandal jalapuri Naat Sharif
अगर चाहते है फूल से पथ्थर को तोड़ना
तो रिश्ता रसूले पाक की सीरत से जोड़ना
मेरी हयात मुझ से कभी मुँह न मोड़ना
ले जा के मुझ को शहरे मदीना में छोड़ना
ये इम्तिहाने सब्र था वर्ना हुसैन को
आता था पत्थरों से भी पानी निचोड़ना
देती रहेंगी फातिमा ज़हरा हमें दुआ
यारों गमे हुसैन से रिश्ता न तोड़ना
मुझ को दुआ देके ये बोली थी मेरी माँ
बेटा कभी हुसैन का दामन न छोड़ना
By Sandal jalapuri Naat Sharif
अगर चाहते है फूल से पथ्थर को तोड़ना
तो रिश्ता रसूले पाक की सीरत से जोड़ना
मेरी हयात मुझ से कभी मुँह न मोड़ना
ले जा के मुझ को शहरे मदीना में छोड़ना
ये इम्तिहाने सब्र था वर्ना हुसैन को
आता था पत्थरों से भी पानी निचोड़ना
देती रहेंगी फातिमा ज़हरा हमें दुआ
यारों गमे हुसैन से रिश्ता न तोड़ना
मुझ को दुआ देके ये बोली थी मेरी माँ
बेटा कभी हुसैन का दामन न छोड़ना
By Sandal jalapuri Naat Sharif
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