हज़रत अली R.A
हजरत अली
नमाज़ की फ़िक्र अपने ऊपर फ़र्ज़ करलो .. !! खुदा की कसम दुनिया की फ़िक्र से आज़ाद हो जाओगे, और क़ामयाबी तुम्हारे क़दम चूमेंगी ...
हजरत अली
दौलत, हुक़ूमत और मुसीबत में आदमी के अक्ल का इम्तेहान होता है कि आदमी सब्र करता है या गलत क़दम उठता है।
हजरत अली
कभी तुम दुसरों के लिए दिल से दुवा मांग कर देखो तुम्हें अपने लिए मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी ..
हजरत अली
अगर कोई शख्स अपनी भूख मिटाने के लिए रोटी चोरी करे तो चोर के हाथ काटने के बजाए बादशाह के हाँथ काटे जाए।
हजरत अली
जब नेमतों पर शुक्र अदा किया जाए तो वह कभी ख़त्म नही होती।
Hazrat Ali R.A
नमाज़ की फ़िक्र अपने ऊपर फ़र्ज़ करलो .. !! खुदा की कसम दुनिया की फ़िक्र से आज़ाद हो जाओगे, और क़ामयाबी तुम्हारे क़दम चूमेंगी ...
हजरत अली
दौलत, हुक़ूमत और मुसीबत में आदमी के अक्ल का इम्तेहान होता है कि आदमी सब्र करता है या गलत क़दम उठता है।
हजरत अली
कभी तुम दुसरों के लिए दिल से दुवा मांग कर देखो तुम्हें अपने लिए मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी ..
हजरत अली
अगर कोई शख्स अपनी भूख मिटाने के लिए रोटी चोरी करे तो चोर के हाथ काटने के बजाए बादशाह के हाँथ काटे जाए।
हजरत अली
जब नेमतों पर शुक्र अदा किया जाए तो वह कभी ख़त्म नही होती।
Hazrat Ali R.A
Comments
Post a Comment